Types Of Invertor Batteries
अब लगभग हमारे देश में घर घर Solar Panel लग चुके है। सरकार भी लोगो सरिया अपील कर रही है कि ज्यादा से ज्यादा लोग सोलर पैनल का इस्तेमाल करें और बिजली पर निर्भरता को कम करें।
हाल में ही एक नई योजना की शुरुआत की है जिसका नाम पीएम सूर्य घर योजना रखा है। इस योजना के तहत अरे मध्य और गरीब लोग के साथ-साथ अमीर लोग भी सोलर पैनल लगवा सकते हैं।
जैसा कि हम सभी को पता है Solar panel के साथ एक बैटरी का भी इस्तेमाल किया जाता है जो एनर्जी स्टोरेज का काम करती है। इसके अलावा एक इनवर्टर के भी जरूरत पड़ते हैं जो धारा को AC से डीसी और डीसी से AC में परिवर्तित करने का काम करती है।
बैटरी को इस तरह किया गया है विभाजित
- लेड एसिड बैटरी (Lead Acid Batteries)
- फ्लैट प्लेट बैटरी
- जैल बैटरी
- ट्यूबलर बैटरी
- सोलर बैटरी
- लिथियम बैटरी (Lithium Batteries)
Lead Acid type Inverter Battery
इस इस तरह के बैटरी का निर्माण पुराने जमाने से किया जा रहा है। इसका साइज काफी बड़ा और वजन में भी काफी भारी होता है। यह रिचार्जेबल बैटरी होती है।
इसमें लेड होने के साथ साथ सल्फ्यूरिक एसिड (H2SO4) का प्रयोग इलेक्ट्रोलाइट के रूप में किया जाता है। यह गैल्वेनिक सेल के रूप में कार्य करता है। लेड एसिड बैटरी को फुल चार्ज करने के लिए 14 से 16 घंटे का समय लगता है। इस पर कंपनियां प्राय 5 से 6 साल की वारंटी प्रदान करती है।
Lithium Ion Type Battery
Lithium Inverter Battery को रखरखाव की अधिक आवश्यकता नहीं होती है। इसकी बिजली संग्रह करने की दक्षता बढ़ जाती है। इस टाइप के बैटरी थोड़े मांगे होते हैं जैसे की लिथियम 150 Ah Battery की कीमत 35 हजार रूपये से शुरू है।
घर के लिए किस प्रकार की इन्वर्टर बैटरी का प्रयोग करें
आपके घर में इनवर्टर का इस्तेमाल करते हैं तो इसमें इन्वर्टर के आधार पर बैटरी का प्रयोग करें। इन्वर्टर बैटरी के प्रकार में लिथियम बैटरी सबसे आधुनिक है। इसके बहुत लाभ होते हैं पर यह अन्य बैटरियों की तुलना में बहुत महंगी होती है।
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