Net Metering Solar System :
आज के समय में बिजली बिल को लेकर हर कोई परेशान है, ऐसे में आप अपने घर की छत पर Net Metering Solar System अपने बढ़ते बिजली बिल को कम कर सकते है।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको इस नेट मीटरिंग युक्त सोलर सिस्टम (Net Metering Solar System) के बारेमे सभी जानकारी देने वाले है। इसलिए आपको इस आर्टिकल को अंत तक पड़ना होगा।
क्या है नेट मीटरिंग? : Kya Hai Net Metering
आपको बता देकि Net Metering एक तरह का बिलिंग सिस्टम है, जो Solar Panel द्वारा पैदा होने वाली बिजली का मेजरमेंट करने का काम करता है।
साथ ही सोलर प्लांट (Solar Plant) से ग्रिड में जाने वाली और घर में खपत होने वाली बिजली का भी हिसाब-किताब रखता है। Net Metering के लिए Solar System के साथ एक मीटर लगाना होता है, जो बिजली कंपनी उपलब्ध कराती है।
आम उपभोक्ता को ऐसे मिलता है फायदा :
Net Metering Solar System को लगवाने के लिए आपको 100 वर्गफीट वाली छत की जरूरत होती है। 1 kilowatt बिजली उत्पादन का solar plant लगाने की कुल लागत 50 हजार रुपए (subsidy ke sath) है। इससे 125 unit bijli प्रतिमाह पैदा होती है।
1kw solar panel लगाने पर एक सिंगल फैमिली वाले घर की करीब 80% बिजली की जरूरत पूरी हो जाती है। अधिक बिजली बनी या घर में खपत कम हुई तो अतिरिक्त बिजली ग्रिड में चली जाएगी,
लागत का 30% अनुदान भी :
Net Metering Solar System पर आने वाले खर्च का 30 फीसदी पैसा केंद्र सरकार द्वारा दिया जाता है। अनुदान मध्यप्रदेश उर्जा विकास निगम के माध्यम से दिया जाता है।
ऊर्जा विकास निगम के एमडी मनु श्रीवास्तव के मुताबिक, Solar System के साथ अब Net Metering को लेकर लोगों का रुझान बढ़ रहा है, क्योंकि इससे बिजली पर खर्च 80% तक कम हो जाता है।
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